जेल में बवाल की जांच रिपोर्ट एडीजी को सौंपे पंद्रह दिन गुजर गए, लेकिन अब तक इस प्रकरण में कार्रवाई नहीं हो सकी है। 18 अक्तूबर को ही डीआईजी जेल ने पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट एडीजी जेल को सौंपी थी। खुद एडीजी जेल ने भी स्वीकार किया था कि रिपोर्ट मिली है और इसमें कर्मचारियों की लापरवाही का जिक्र है, जिसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। अब कार्रवाई न होने पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
11 अक्तूबर की सुबह जेल में बंदियों ने जमकर उत्पात मचाया था। जेल के अंदर बवाल की सूचना पर डीएम और एसएसपी ने फोर्स के साथ मोर्चा संभाला। साढ़े घंटे के बवाल के बाद जेल में बंदी तो शांत हो गए, लेकिन मामला अभी सुलग रहा है।
इस मामले के पीछे जेल कर्मचारियों की कमी पहले दिन ही उजागर हो गई थी, लेकिन प्रशासनिक अफसर भी जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे थे। पूरे प्रकरण की जांच एडीजी जेल आनंद कुमार ने डीआईजी जेल को सौंपी थी। घटना वाले दिन ही डीआईजी जेल पहुंच गए थे और उन्होंने जांच पूरी कर 18 अक्तूबर को रिपोर्ट एडीजी को सौंपी थी।
रिपोर्ट का एडीजी ने शुरुआती अध्ययन कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही थी। यह भी सामने आया था कि जेलर और डिप्टी जेलर से हाथापाई हुई और उन पर कार्रवाई तय मानी जा रही थी, मगर अभी तक इस प्रकरण पर जिम्मेदार अधिकारी खामोशी साधे बैठे हैं। एडीजी आनंद कुमार का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
15 कैदियों को दूसरे जेल भेजने की कवायद
15 उत्पातियों कैदियों को दूसरे जेल शिफ्ट करने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। जेल प्रशासन की ओर से शासन को पत्र भेजकर दूसरे जेल भेेजने की अनुमति मांगी गई है। सूत्रों की मानें तो अनुमति मिल भी गई है और जल्द ही आदेश आने के बाद कैदियों को शिफ्ट किया जाएगा।
बवालः जांच रिपोर्ट सौंपे गुजर गए 15 दिन, नहीं हुई कार्रवाई